ग्राम पंचायत सूरैल विकास खण्ड चन्देरी से पूरब की ओर लगभग 40 कि.मी. की दूरी पर स्थित घोड़ा पछार नदी के निकट स्थित है। सूरैल ग्राम के अंतर्गत आमखोह के शैला ग्राम में आदिमानवों के द्वारा बनाये गये शैलचित्र देखने योग्य हैं। भरकी, ओणछा, शेरदाँत, हाथीदाँत, शैलाश्रय मुख्य है। सूरैल के इर्द-गिर्द बहुत से प्राचीन मंदिरों के अवशेष देखने को मिलते हैं। पहली नजर यह मंदिर मूर्त्तियँ नवमी व दशमी शताब्दी की प्रतीत होती है। कुछ सती स्तम्भों पर लेख उकेरे गये हैं। लेखों पर 1313 विक्रमी से लेकर 1883 विक्रमी संवत अंकित है। पंचायत के अंतर्गत आनेवाले सुनपुरा में एक कूप लेख पर सिंधिया स्टेट का एक शिलालेख चस्पा है। पंचायतके उत्तर में घोड़ा पधार नदी, दक्षिण में डोंगर पंचायत, पूरब में खिरकाटोका तथा पश्चिम में ईसागढ़ ब्लॉक की पाठखेडी पंचायत है। कृषि प्रधान पंचायत 60 प्रतिशत मजदूर तथा 40 प्रतिशत किसान है। मुख्य फसलें गेहूँ, चना, मसूर, सोयाबीन, उड़द है। पढ़ाई का स्तर 40 प्रतिशत है। पानी की बहुत बड़ी समस्या है। लोग 4.4 कि.मी. दूर से पानी लाते है। बिजली की व्यवस्था ठीक नहीं है। सडक, अस्पताल की आवश्यकता है।